5 Easy Facts About पारद शिवलिंग महत्व Described

पठन सेटिंग्स खाता बनाएँ लॉग-इन करें व्यक्तिगत उपकरण खाता बनाएँ

परभणी आंध्रप्रदेश, तेलंगणा, कर्नाटक, गुजरात आणि मध्यप्रदेश सारख्या इतर राज्याशी संबंधित आहेत. महाराष्ट्रातील इतर महानगरांत परभणी जिल्ह्यात एसटी महामंडळाच्या परभणी विभागात अनेक रोजची बस आहेत.

आपको बता दें कि पारद शिवलिंग पर पारद और चांदी के मिश्रण से बनी होती है। ऐसा माना जाता है कि अगर सोमवार के दिन श्रद्धा और विश्वास के साथ पर पराद शिवलिंग की पूजा की जाए, तो भगवान शिव जातक को मनचाहा वरदान देते हैं और उसे भगवान शिव जी का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इतना ही नहीं जातक के जीवन में आ रही सारी परेशानियां दूर हो जाती है और उसे अपने जीवन में खुशियों प्राप्त होती हैं।

बुध सिंह राशि में वक्री: राशि सहित देश-दुनिया पर देखने को मिलेगा इसका प्रभाव

- नर्मदा नदी से निकलने वाले शिवलिंग को नर्मदेश्वर कहा जाता है. - नर्मदा नदी को शिव के वरदान के कारण इससे प्राप्त होने वाले शिवलिंग को इतना ज्यादा पवित्र माना जाता है.

असे झाले कि एका प्लेट मध्ये सफेद कापड ठेऊन त्यावर शिवलिंगाची स्थापना करावी. 

आपको बता दें कि सनातन परंपरा में भगवान शिव की पूजा करना काफी शुभ माना जाता है। इसी के साथ सोमवार के दिन भगवान शिव की साधना के लिए समर्पित होता है। ऐसा माना जाता है कि जो भी जातक भगवान शिव की पूजा करता है उस पर भगवान की विशेष कृपा उस पर बनती है। इसके अलावा सभी get more info शिवलिंग की पूजा में पारद शिवलिंग की पूजा करना बेहद महत्वपूर्ण और शुभ माना जाता है।

ब्रह्महत्या सहस्त्राणि गौहत्याया: शतानि च। तत्क्षणद्विलयं यान्ति रसलिंगस्य दर्शनात्।। 

महाराष्ट्राला संत-महंतांची मोठी परंपरा आहे. मराठवाडा ही भूमीसुद्धा धार्मिक, ऐतिहासिक…

कृषि हेल्थ लाइफस्‍टाइल वीडियो फोटो ट्रेंडिंग देश अपराध टेक्नोलॉजी नॉलेज ऑटो बिज़नेस धर्म एजुकेशन ओपिनियन पॉडकास्ट टॉपिक्स

रक्तचामुण्डा यक्षिणी साधना : वशीकरण करने का ब्रह्मास्त्र

हिंदू धर्मात देवांचे देव महादेव यांना विशेष महत्त्व असून त्यांना देवांचे देव मानले जाते. ज्या व्यक्तीवर महादेवाची कृपा होते, त्या व्यक्तीला जीवनात कशाचीच कमी भसत नाही.

नवापुरमध्ये रेल्वे रुळावर साचली माती

शिव को बेलपत्र अत्यधिक प्रिय है। शिव जी को बेलपत्र अर्पित करते समय यह बात ध्यान रखनी चाहिए कि हर एक बेलपत्र में तीन पत्तियां हों और वह पत्तियां कहीं से कटी हुई न हो।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *